what Is Internet


What Is Internet

इंटरनेट

English



इंटरनेट समान नियमों का प्रोटोकॉल्स के तहत इंटरनेट समान नियमों या प्रोटोकॉल' के तहत एक परिवर्तित होता संकलन है जिसे हम मेटानेटवर्क' कहते हैं।

इंटरनेट की संरचना का वर्णन उसके नाम में ही निहित है। यह इंटर नेटवर्किंग शब्द का छोटा रूप है। इसकी संरचना टी.सी.पी./आई.पी. मानक प्रोटोकाल पर आधारित है, जो हार्डवेयर सॉफ्टवेयर एवं तकनीकी प्रारूप के आधार पर भिन्न नेटवर्क्स को जोड़ने के लिए शक्ति रखते हैं। इंटरनेट की इस खुली संरचना ने इसकी बनाई गई है। एक नेटवर्क के दूसरे नेटवर्क से जुड़ते ही टी.सी.पी / आई.पी. की सहायता से एक सिरे से दूसरे सिरे तक संचार स्थापित कर दिया जाता है, जिससे नेटवर्क पर जुड़े कम्प्यूटर या 'नोड्स' अपनी भौगोलिक स्थिति के बावजूद एक दूसरे से संपर्क स्थापित करने की जादुई छोटी ट्रिब्यूटरीज से बनाई जाती हैं। इसी प्रकार एक 342 मनोरमा इयर बुक 2013

वृद्धि को वैश्विक स्तर तक पहुंचा दिया है। इंटरनेट की तकनीकी संरचना कुछ हद तक बहुआयामी नदी-तंत्र की तरह है, जिसमें विशाल नदियां मध्यम आकार की धाराओं से एवं यह बारात


उपभोक्ता अपने घर पर मोम के द्वारा इंटरनेट से जुड़ता है। उपभोक्ता का मोहम एक स्थानीय इंटरनेट सर से जुड़ा होता है, यह स्थानीय सर्वर अपने से बड़े एक सर्वर से एवं यह सर्वर एक राष्ट्रीय सर्वर से जुड़ा होता है। किसी कार्यस्थल पर एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर कम्पनी कनेक्शन वाले लोकल एरिया नेटवर्क से जुड़ा होता है, जो एक कॉर्पोरेट इंट्रानेट से जुड़ा होता है। यह कॉर्पोरेट इंट्रानेट कई इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स से बंधा होता है। छोटे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर मध्यम आकार के रीजनल नेटवर्क्स से जुड़े होते हैं जो बड़े राष्ट्रीय नेटवर्क से एवं यह राष्ट्रीय नेटवर्क इंटरनेट बैकबोन पर जुड़े बड़ी इंडविड्थ वाले नेटवर्क से जुड़ा होता है।

इंटरनेट 2




यह नेटवर्क प्रोटोकॉल्स एवं फाइबर ऑप्टिक बैकबोन की सहायता से 155mpbs की तीव्र गति प्रदान करता है। इसकी तीव्रता यू.एस. विश्वविद्यालय प्रयोगशाला कनेक्शन से लगभग 100 गुना एवं डायल अप कनेक्शन से लगभग 3000 गुना ज्यादा होती है। 34 यू.एस. अनुसंधान संस्थानों ने मिलकर 1996 में इंटरनेट 2 कॉनसार्टियम बनाया था।

वेब 1-2-3




बरनसली के अनुसार वेब 1 केवल पढ़ा, वेब 2 पढ़ा

एवं लिखा और वेब 3 लिखा, पढ़ा एवं कार्यान्वित किया जा सकता है। वेब 1.0 इसे एक सूचना - खोत एवं वैश्विक उपस्थिति और सूचना प्राप्ति को बढ़ावा देने वाले नेटवर्क के रूप में बनाया गया। इसने एक बड़े बाजार में उत्पाद विवरण, खरीदारी एवं ऑनलाइन भुगतान की सूची के रूप में

मैं कार्य किया।

वेब 2.0 : यह उपभोक्ताओं की सामूहिक समझ-बूझ, खुलेपन एवं स्वतंत्रता से बना वेब है। यह क्रियाशील विषयवस्तु के पुनः उपयोग, अपलोड एवं साझेदारी (रायरिंग) के लिए मनुष्यों की पारस्परिक कनेक्टिविटी का उपयोग करता है। यह सामान्यतः वेब मानकों का पालन करता है एवं बढ़ाया जा सकता है।

वेब 3.0 यह सर्वव्यापक कनेक्टिविटी, ब्रॉडबैंड अंगीकरण, मोबाईल इंटरनेट ऐक्सेस, मोबाईल यंत्र मॉलवेयर: कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली पारस्परिक तकनीक है जिसे 'जॉन मारकॉफ' ने शुरू किया था। यह ओपन नोलोजीज- प्रोटोकॉल्स - ए.पी. आई एवं सूचना प्रारूप (हाटा फॉर्मेट) का प्रयोग करता है।

कम्प्यूटर वायरस




कम्प्यूटर वायरस वह कम्प्यूटर प्रोग्राम है जो अपनी एक प्रति कम्प्यूटर में संक्रमित कर देता है। संक्रमित फाइल्स में छोड़कर फाइल का उपयोग करने पर कम्प्यूटर में अपना प्रसार करना शुरू कर । कम्प्यूटर में मौजूद फाइलों एवं सूचनाओं को

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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ३४३

भ्रष्ट करना, कम्प्यूटर के साधनों का अत्यधिक उपयोग सामान्यतः इसके कुछ प्रभाव है जिनसे कम्प्यूटर धीमा पड़ जाता है। कुछ वायरस आपकी ई-मेल ऐडसबुक में संदेश भेजने जैसी बाधाएं भी डाल सकते हैं। वायरस सामान्यतः बाधाएं पैदा करने के लिए प्रोग्रामर्स द्वारा लिखे जाते हैं।


कौन बनाता है वायरस ?

पर्सनल कम्प्यूटर एवं वैद्युत बुलेटिन बोर्ड के सामान्य होने के साथ 80 के दशक में वायरस की शुरुआत हुई। हर वायरस एक विशिष्ट लक्ष्य के साथ एक प्रोग्रामर द्वारा लिखा जाता है। गौरतलब है कि हर वायरस रचयिता अपने कार्य को सही बतलाता है। कुछ लोगों को इनमें पहाड़ चढ़ने जैसे रोमांच की अनुभूति होती है। कुछ लोग इसे अपने को व्यक्त करने का जरिया मानते हैं।

बौखला कर्मचारी, उपभोक्ता या नागरिक अपने प्रति हो रहे अन्याय के कारण वायरस की रचना कर प्रतिशोध लेते हैं। एक घातक विचार होने के बावजूद यह वैध (परंतु बदनाम) कारोबारियों द्वारा अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ने के हथियार के रूप में भी अपनाया जाता है। बाकी वायरस रचयिता इंटरनेट के इतिहास में अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं, नुकसान पहुंचाते वायरस को देख उन्हें रोमांच की अनुभूति होती है।

सन् 2009 में 'मॉलवेयर' एवं 'ऐडवेयर'

मॉलवेयर वॉर्म मेबीजेट. एविन 32 वायरट जैन, वॉर्म, ऑटो आई टी.वी. * ई-मेल वॉर्म, ब्रॉनटोक Isds • ट्रोजान- पी.डब्ल्यू.एस. बान्कोस" वॉर्म ऑटोरन! एस.डी. 6 वॉर्म- स्वाल. एट्रोज इमोजेन बी सी बॉर्म-वेलीडक, ए आई वॉर्म-वेलीडेक एएस: ट्रॉज फेकिऐव, जीडीएस विन 32. • सेलिटी. ए.एम. जैन • ट्रोजान लीनि आज जैन पैक 3 वॉर्ग, हैमवेग, जैन विन 32 वायरस, जेन. 4 जे एस डीलोड आर.

आर ई एच टी एम एल एक्सएनॉईट-यू वायरस, वॉर्ग एवं स्पाइवेयर विव 32 जीरिनेल. क्लिफ पैक्ड जेनेरिक 206 Osx एलवर्क ट्रोजान, डॉनबॉट डब्ल्यू 32. डाऊनऐड अप ऑटोरन पैक्ड

जेनेरिक 205 ब्लान्ड, एक्सप्लाई 222 • PDF 5 'ब्लडहाऊन्ड एक्सप्लाईट 223 ट्रोजन डाउनऐक्सिक सी डाऊनऐक्सिक, क्लिफ • पीडीएफ 4 मलीशियस साईट थ्रेट्स • रेफ्रीज़ ऐडवेयर सी एम डी सर्विस बियर शेयर गेट डाऊन 2000 1.0.0 * मॉलवेयर पाईप • इन्टकोडेक • स्पाईहील

ऐडवेयर ऐडवेयर हॉटबार ऐडवेयर ऐजेन्ट ऐडवेयर ऐजेंट !sd6 ऐडवेयर वेन यू-सेव नाओ ऐसवेयर बैन यू.ए. डब्लू • ऐडवेयर. ट्राईमीडिया. ई ऐडवेयर एजेन्ट एस डी 6 ऐडवेयर कैगल! एस डी 5 ऐडवेयर एजेन्ट एस डी 6 एच.टी.एम. एल. पीसाईम जैन ऐंटीवायरस सॉफ्टवेयर फ्री साफ्टवेयर एवीजी

फ्री, ऐंटी वीरा। फायर अलार्म : जोन अलार्म

सर्च इंजन




बिंग गूगल एवं याहू जैसे सर्च इंजन को कड़ी टक्कर देने के लिए माईक्रोसॉफ्ट ने 'बिंग' नामक सर्च इंजन मैदान में उतार दिया है। माईक्रोसॉफ्ट के अनुसार यह सर्च इंजन इसका इस्तेमाल करने वालों को निर्णय लेने में बहुत सहायक साबित होगा, लिहाजा इसे 'डिसिजन इंजन" का नाम दिया जा रहा है। इसमें मुख्यतः चार क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाता है- खरीददारी में निर्णय लेना, यात्रा की योजना बनाना, स्वास्थ्य स्थिति का अनुसंधान एवं स्थानीय कारोबार की खोज बिंग अपने इस्तेमाल करने वालों को जल्दी सूचना ग्रहण करने एवं उचित निर्णय लेने जैसी उपयोगी नवीनताओं के विषय में एक बड़ा कदम है।

कुइल CUIL यह गूगल का है जो विषयवस्तु एवं महत्व के आधार पर ही सूचना क ट्रीजान, क्रमबद्ध करता है। यह गूगल से कहीं ज्यादा नुक पृष्ठ रखने का दावा करता है।

विकीपीडिया



विकीपीडिया नामक वेबसाइट 'विकी इंजन परआधारित है जो इस वेबसाइट के पेज का संपादन करने में सहायता प्रदान करता है। पहला दिन कई कनिंघम द्वारा 'पर्ल' भाषा में लिखा गया जो सन् 1995 में उनकी प्रोग्रामिंग वेबसाइट के लिए था। इसके बाद यही वेबसाइट प्रोग्रामर्स द्वारा विचार आदान-प्रदान के लिए उपयोग में लाई जाने लगी। इसे 'विकीपीडिया का नाम दिया गया। हवाईअन भाषा में 'विकी' शब्द का अर्थ होता है 'तेज'। इसका आगमन तेज गति से वस्तु की रचना हेतु किया गया था, परंतु सन् 1995 से 2000 तक कुछ ही विकी-आधारित वेबसाइट आई एवं कुछ ही लोगों तक पहुंच पाई। जिमी वेल्स ने सन् 2001 में एक विकी आधारित एनसाइक्ल की शुरुआत की। जब विश्वभर में इंटरनेट के चाहनेवाल 'वेब 2.0' में 'लॉग इन कर रहे थे तब वर्ष के अंत तक विकी में 20,000 लेख जमा कर लिए गए थे। तक से विकीपीडिया में तेज गति से वृद्धि हुई है। अब तक चित्रों एवं चलचित्रों के अलावा सन् 2009 के तह तक 2,982,217 लेख जमा हो चुके हैं।

ब्राउज़र




ब्राउज़र एक ऐसी रेप्लीकेशन है जो 'वेबपेज' को दर्शाती है एवं उससे सामंजस्य स्थापित करने में हमारी सहायता करती है। विभिन्न आधारों पर अनेक विशेषताओं वाले विभिन्न ब्राउज़र मौजूद हैं।

वोल्फामाल्फा स्टीफन वोलफ्राम के द्वारा बनाया गया गणितीय प्रोग्राम 'वोल्फ्राम अल्फा' का आज विज्ञान के क्षेत्र विस्तृत उपयोग किया जा रहा है। यह एक सर्च इंजन है जो विशेषज्ञों के अनुसार इंटरनेट पर उपलब्ध सूचना ग्रहण करने के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। यह मोजीला फायरफॉक्स 3.5 (2009) : इंटरनेट प्रश्नों को समझने के लिए अत्यंत संवेदनशील प्रक्रियाओं का प्रयोग करता है। इसके उपरांत उपयोगी सूचना प्रदान करने के लिए यह अपने डाटाबेस में संचयित साधनों का प्रयोग करता है। यह उपभोक्ताओं को उच्च स्तर की सूचना प्रदान करने की उपयोगी कोशिश है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' का उपयोग कर सूचना को उचित रूप में दर्शाता है। यह विषय की विस्तृत जानकारी प्रदान करने में भी बहुत सहायक होता है। जैसे जॉन एफ. केनेडी की हत्या के दिन लंदन के तापमान की जानकारी।

इंटरनेट एक्सप्लोरर इंटरनेट एक्सप्लोरर 8 इंटरनेट एक्सप्लोरर का नवीनतम रूपांतर है। इंटरट एक्सप्लोरर 8 बीटा अभी जांच के अधीन है।

एक्सप्लोरर एवं नेटस्केप के बीच चल रहे युद्ध के बाद मोजीला फायरफॉक्स सबसे सफल ब्राउज़र के रूप में उभरा है। ऑपेरा यह 1996 में प्रस्तुत किया गया। यह ई

कास्मिक्स सिलिकन वैली द्वारा प्रारंभ किया गया यह सर्च इंजन खोज तकनीक में नए आयाम प्रस्तुत कर रहा है। गूगल के बाद के युग में यह एक अहम खोज तकनीक के रूप में उभर रहा है। इसके केंद्र में एक "कैटगराइजेशन इंजन' होता है जो वेब पेजों के अतिरिक्त खोज किए गए विषयों में भी सम्बन्ध स्थापित करता है।
न्यूज (यूजनेट एवं आर.एस.एस) एवं नए स्विचर्स और पॉवर यूजर्स के लिए नई विशेषताओं वाले चैट के सर्वगुण संपन्न इंटरनेट साइट है।
सफारी 4.0 सन् 2003 में मैक ओ.एस. के लिए इस ब्राऊजर की घोषणा कर ऐप्पल ने विश्वभर में सनसनी फैला दी। सफारी विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए भी उपलब्ध है।

क्रॉस प्लेटफॉर्म ब्राउजर




विंडोज, मैक एवं लीनक्स

सीमंकी नेटस्केप की कई विशेषताओं को कार्यान्वित करने के बाद मशहूर हुए मोजीला के बावजूद सीमंकी एक इंटरनेट साइट के रूप में स्थापित है। फ्लॉक यह ब्लॉगिंग, फोटो शेयरिंग एवं बुकमार्क

शेयरिंग जैसी वेब सुविधाओं साहित एक सामाजिक बाउजर है। के मिलिऑन के मिलिऑन मोजिला का उपयोग

करके विंडोज के लिए एक हलका वेब ब्राऊजर बनाने

के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया था।

एक अरब डाऊनलोड


इंटरनेट का उपयोग करने वालों ने सॉफ्टवेयर वितरक मोजीला फाऊंडेशन से भोजीला की एक अरब प्रतियां डाऊनलोड की हैं। भोजीला आज एक समय ब्राऊज के 90% बाजार पर नियंत्रण रखने वाले माईक्रोसॉफ्ट के इंटरनेट एक्सप्लोरर का चिर प्रतिद्वंद्वी बन गया है। फायरफॉक्स अब इस बाजार पर 90% नियंत्रण किए हुए है जिससे इंटरनेट एक्सप्लोरर की ताकत कुछ कम होती दिखती है।

सामाजिक नेटवर्क




सामाजिक नेटवर्क केवल सामाजिक सम्बन्ध ही नहीं बल्कि कारोबारी साझेदारों एवं ग्राहकों के साथ सम्बन्ध बनाने के काम भी आते हैं। यह विचारों, तस्वीरों, वीडियो, कम्यूनिटी रचना, संदेशों, नौकरी की संभावनाओं एवं और भी बहुत-सी चीजों के जरिए मित्रों एवं रिश्तेदारों को एक दूसरे से जुड़ने में मदद करता है। ऑरकुट कॉम' डोमेन नेम खरीदा। फेसबुक, माईस्पेस, लिंक्डएलएन जनरेशन, याचनीय विषयवस्तु एवं मल्टीकास्ट स्ट्रीम्ज के जरिए वर्ल्ड वाइड वेब दोबारा परिभाषित हुआ है। यह वेब तकनीक के जरिये उपयोग की जाने वाली सुविधाओं का एक बड़ा हिस्सा बन गया है।

ऑर्कुट : यह गूगल के द्वारा चलाया जाने वाला सामाजिक नेटवर्क है। इसका नाम अपने रचयिता आँकुट व्यूक्कोटक के नाम पर रखा गया है। इसकी रचना नए मित्र बनाने एवं वर्तमान सम्बन्धों को बनाए रखने के लिए की गई थी। अक्टूबर 2008 से इसका उपनेता लिए यंत्र के अपना बना सकते हैं। मई 2009 53.96 मैं लिए गए आंकड़ों के अनुसार ऑर्कुट प्रतिशत उपभोक्ता ब्राजील से है, उसके बाद 16.97



प्रतिशत भारत से है। इसका 234 प्रतिशत ट्रैफिक ब्राजील से एवं 18 प्रतिशत भारत से आता है। यह अपने उपभोक्ताओं को अनेक सुविधाएं प्रदान करता है जैसे अपनी 'प्रोफाइल' बनाना, संदेश भेजना वीडियो सम्मिलित करना, तस्वीरें दर्शाना, कम्यूनिटी बनाना या उससे जुड़ना, विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करना, अन्य उपभोक्ताओं को घटनाओं के बारे में सूचित करना, प्रश्न पूछना, कम्प्यूटर गेम्स खेलना इत्यादि ।

फेसबुक





फेसबुक : यह 4 फरवरी, 2004 में प्रस्तुत किया गया था। यह निजी रूप से फेसबुक संस्थापन के अधीन है। अन्य लोगों से जुड़े रहने एवं बातचीत के लिए फेसबुक उपभोक्ता अपने शहर कार्यस्थल, विद्यालय एवं क्षेत्र से बने नेटवर्क से जुड़ सकते है। उपभोक्ता इसमें नए मित्र जोड़ सकते हैं. संदेश भेज सकते हैं एवं अपनी प्रोफाईल में परिवर्तन कर मित्रों को अपने बारे में सूचित कर सकते हैं। इसमें संदेश भेजने के लिए एक विशिष्ट 'वॉल' एवं डिजिटल तस्वीरें अपलोड करने जैसी विशिष्टताएं मौजूद हैं। विश्वभर में इस वेबसाइट के 8 करोड़ से मी ज्यादा उपभोक्ता हैं।

मूलत: फेसबुक.com में स्थित 'फेसबुक' का निर्माण हारवर्ड विश्वविद्यालय के द्वितीय वर्ष के छात्र मार्क जुकरबर्ग ने फरवरी 2004 में किया था। इस कम्पनी ने सन् 2005 में दो लाख डालर की कीमत पर फेसबुक.

माईस्पेस





माईस्पेस यह अंतरराष्ट्रीय रूप से वयस्कों एवं अवयस्कों के लिए मित्रों का नेटवर्क व्यक्तिगत प्रोफाइल्स, ब्लॉग, समूह, तस्वीरों, संगीत एवं वीडियो प्रदान करता है। इसका मुख्यालय बेवली हिल्स कैलिफोर्निया, अमरीका में स्थित है। 6 आगस्त, 2006 में नीदरलैंड में इसका 10 करोड़वां अकाऊंट बनाया गया एवं इस वेबसाइट पर प्रतिदिन 230000 रजिस्ट्रेशन होते हैं।

लिंक्डएलएन





लिंक्डएलएन यह कारोबार सम्बन्धी सामाजिक नेटवर्किंग साइट है जिसका निर्माण दिसंबर 2002 में किया गया एवं मई 2003 में इसे प्रस्तुत किया गया। मुख्यतः इसका उपयोग व्यावसायिक नेटवर्किंग के लिए ही किया जाता है। दिसंबर 2007 के आंकड़ों के अनुसार इस में आगन्तुकों की संख्या 32 लाख प्रतिमाह आंकी
गई। मई 2008 के आंकड़ों के अनुसार इसमें 150 उद्योगों से 2 करोड रजिस्टर्ड उपभोक्ता मौजूद थे। अपनी व्यावसायिक उपलब्धियों का संक्षेपण करती एक प्रोफाइल बना कर आप अपने पुराने सहकर्मियों, ग्राहकों, साझेदारों एवं हजारों योग्य पेशेवरों को खोज सकते हैं या उनके द्वारा खोजे जा सकते हैं। अपने नेटवर्क के द्वारा आप उचित ग्राहकों, सुविधाएं प्रदान करने वालों, विषय विशेषज्ञों एवं अनुशंसित साझेदारों को खोज सकते हैं।


पॉडकास्ट, आर.एस.एस.,






पॉडकास्ट, आर.एस.एस., स्ट्रीमिंग, ब्लॉग पॉडकास्ट यह श्रवणीय या ऑडियो फाइलों को प्रदान कराने का तरीका है जिससे आर.एस.एस. जैसी सुविधाओं का आसानी से ग्राहक बना जा सकता है। इससे हम नई फाइलों की खोज करके उन्हें यंत्रवत अपने पी.सी. या मैक पर डाउनलोड एवं ऑडियोफाइलों को पोर्टेबल मीडिया प्लेयर पर स्थानांतरित कर सकते हैं। ऑडियो एवं वीडियो संवेष्टन के सहयोग के साथ एक आर. एस. एस. रीडर का उपयोग कर पीसी यंत्रवत तरीके से आर.एस.एस. सब्सक्रिप्शन को नियंत्रित करता है एवं सुनिश्चित समयावधियों में आर.एस.एस. फीड में जुड़ी नई ऑडियो फाइलों को डाउनलोड करता है।

सामान्य इंटरनेट ऑडियो से पॉडकास्ट दो कारणों से भिन्न है। पहले ऑडियो सुनने वालों को या तो एक निश्चित समय में इंटरनेट वेब रेडियो का उपयोग करना पड़ता था या फिर वेबपेज से ऑडियो फाइल डाऊनलोड करनी पड़ती थी। पॉडकास्ट की उपयोगिता ज्यादा लचीली एवं आसान है। इसमें ऑडियोफाइल किसी भी समय सुनी जा सकती है, क्योंकि इसकी प्रति सुनने वाले के कम्प्यूटर या पोर्टेबल मीडिया प्लेयर पर ही मौजूद होती है। यह फाइलें सुनने वालों को यंत्रवत् प्रदान कर दी जाती हैं. इसलिए उपभोक्ता की ओर से डाउनलोडिंग की आवश्यकता नहीं है।

वेबकास्टिंग:वेबकास्ट इंटरनेट एवं टेलीफोन द्वारा प्रदान की गई एक सजीव प्रशिक्षण तकनीक है। वेबकास्ट में भाग लेने के लिए केवल इंटरनेट की सुविधा वाले
एक कम्प्यूटर एवं एक स्वीकार की आवश्यकत है। इसमें भाग लेने वाले देश भर में (कवि भर में फैले अपने साथियों से जुड़ जाते हैं और इस ऑनलाइन सम्मेलन में भाग लेते हैं। अधिक औपचारिक सत्रों को कार्यान्वित करने के लिए निम्नलिखित मंत्री की आवश्यकता होती है। (9) इंटरनेट से लैस कम्प्यूटर से जुड़ा वीडियो प्रोजेक्टर और (b) एक वियोजित लाइन पर | स्पीकरफोन (यह पूरी तरह जांच लेना चाहिए कि लंबी दूरी की डायलिंग में कोई अवरोध तो नहीं है)।

शाउटकास्टिंग बहुत से लोग इसका उपयोग न • पसंदीदा संगीत सुनने के लिए करते हैं। शाउटकास्ट एक साधारण मुफ्त सॉफ्टवेयर है जो प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर "विवैम्प' के रचनाकारों द्वारा बनाया गया है। यह लोगों का अपने कम्प्यूटर से आडियो एवं वीडियो को शाउटकास्ट आइसकास्ट, विंडोज मीडिया सरवर, क्विकटाइम या हीलिक्स जैसे स्ट्रीमिंग प्रोग्राम्स पर संप्रेषित करने में सहायता करता है। फिर यही प्रोग्राम सुदूर बनाने वाली को ऑडियो एवं वीडियो प्रदान करते हैं। शाउटकास्ट एवं आइसकास्ट वेब रेडियो के लिए इस उद्योग में सबसे प्रसिद्ध फॉर्मट हैं। शाउटकास्ट विनैम्प, आइसकास्ट / आई ट्यून्स जैसे मल्टीप्लेटफॉर्म शेयरवेयर के द्वारा पढ़ा जा सकता है। इसके इस्तेमाल में आसानी एवं प्रसिद्धि ने वह सुनिश्चित कर दिया है कि एप्पल, विंडोज एवं लीनक्स क उपभोक्ता आपके वेबकास्ट्स का लाभ उठा सकते हैं।


स्ट्रीमिंग मीडिया इसे रीयल मीडिया अथवा पृथक रूप से Realaudio® या Realvideo भी कहा जाता है। एक स्ट्रीमिंग मीडिया में सूचना के छोटे-छोटे पुलिंदे एक नेटवर्क कनेक्शन पर संप्रेषित किए जाते हैं। उपभोक्ता सूचना के इन पुलिंदों या 'पैकेट्स' को एक स्ट्रीम या धारा रूप में ग्रहण करते हैं एवं मीडिया प्लेयर का उपयोग कर मीडिया को टुकड़ों में अनुभव करते हैं। इसके आगमन से पहले उपभोक्ताओं को अपनी ऑडियो या वीडियो मीडिया फाइल के इंटरनेट या सरवर के द्वारा पूर्ण डाउनलोड के लिए इंतजार करना पड़ता था। इसके आगमन से श्रोता या दर्शक लगभग तत्काल ही सूचना का अनुभव कर सकते है। स्ट्रीमिंग में सूचना प्रदान कराने के दो तरीके हैं (1) ऑन डिमान्ड (2) लाइव ब्रॉडकास्ट ऑन डिमान्ड तकनीक में उपभोक्ता को सूचना प्रदान करने से पहले उसका कूट (कोड) बनाया जाता है या 'एनकोड किया जाता है। लाईव ब्रॉडकास्ट में रीयल मीडिया सूचना को प्रदान करते समय ही उसे एनकोड किया जाता है।

आर.एस.एस. (रीयली सिम्पल सिन्डिकेशन) : यह न्यूज ऐग्रीगेटर द्वारा पढ़ा जा सकने वाला वेब कन्टेन्ट संघटन फॉर्मेट है। इन विशेष रूप से फॉर्मेट किए गए वेब पेजों के योजक या 'लिंक्स' इनकी आधुनिक किए जाने की गतिशीलता के कारण 'फीड्स' कहलाते हैं। एक डेस्कटॉप आर.एस.एस ऐग्रीगेटर फीड्स में मौजूद नई सूचना को निश्चित समयावधियों में ग्रहण करता समाचार मिलने पर उसका कुछ भाग केवल शीर्षक या
उद्धरण के साथ दर्शाया जाता ब्राऊजर में या न्यूरेटर जाता है। अधिकतर है। पूरे लेख को एक देव आर. एस. एस. फडके रूप में ही होती है।

ब्लॉगिंग ब्लॉग पर लिखे गए संदेश तत्काल संदेशों की तरह होते हैं। इसे हम एक स्क्रैपबुक की तरह ले सकते हैं। अधिकतर ब्लॉग मेरे मस्तिष्क में क्या चल रहा है के भाव को प्रकट करने का स्थान होते हैं। कभी यह किसी विशेष विषय पर और कभी आपसी दिलचस्पी के विचारों का आदान-प्रदान करने पर केंद्रित होते हैं। कुछ ब्लॉग, मनोरंजन, कुछ कार्य एवं कुछ दोनों के लिए होते हैं। सामूहिक विभागीय कारोबारी या पारिवारिक विचार-विमर्श के लिए यह ब्लॉग ई-मेल या फोरम से कहीं ज्यादा प्रभावशाली साबित हो रहे हैं।

इंट्रानेट पर लिंक्स, फाइल, कोट्स या कमेंट्री के जरिये बातचीत करने के लिए प्राइवेट ब्लॉग का उपयोग किया जाना चाहिए। परिवार में रिश्तेदारों से अपने व्यक्तिगत विचारों के आदान-प्रदान के लिए पारिवारिक ब्लॉग का उपयोग करें। सभी को जोड़े रखने, संबद्धता या समूह संस्कृति को बढ़ावा देने, किसी कम्पनी में चल रहे प्रोजेक्ट या उसके किसी विभाग पर अनौपचारिक 'आवाज' उठाने के लिए ब्लॉग का उपयोग किया जा सकता है।

ट्विटर




ट्विटर मित्रों, परिवारों एवं सहकर्मियों को वार्तालाप का साधन प्रदान करने वाला एवं उन्हें जोड़े रखने वाला सामाजिक नेटवर्क है। अपने आस-पास चल रही हलचलों को ट्विटर पर लिखा जा सकता है, जो ट्वीट्स' कहलाती हैं। यह संदेश किसी की प्रोफाइल या ब्लॉग पर लिखे जा सकते हैं, अनुयायियों को भेजे जा सकते हैं एवं ट्विटर-सर्च से खोजे भी जा सकते हैं। एक अकाऊन्ट बन जाने के बाद लोगों को नाम या उपभोक्ता नाम (यूजरनेम) से खोजा जा सकता है, मित्रों को दूसरे नेटवर्क से आयात किया जा सकता है या उन्हें ई-मेल के द्वारा निमंत्रण भेजा जा सकता है। मित्रों के मिलने पर उनके बारे में जानने के लिए उनका अनुयायी

या फॉलोवर' बना जा सकता है। किसी के अनुयायी बनने का उद्देश्य ट्ट्विटर से उनकी जानकारी लेना ही है। अगर आप अपने किसी मित्र के फॉलोवर है तो उसके द्वारा लिखी गई हर नई सूचना आपके होमपेज पर दर्शायी जाएगी।

@ रिप्लाई : यह एक-दूसरे को भेजे जाने वाले सार्वजनिक संदेश है जो '@ यूजरनेम' उपसर्ग वाली सामान्य सूचनाओं से भिन्न होते हैं। यदि किसी संदेश की शुरुआत @ यूजरनेम से होती है तो उसे हम एक रिप्लाई के रूप में ग्रहण करते हैं। ट्विटर पर लिखी गई किसी भी सूचना के जवाब में @ यूजरनेम के साथ रिप्लाई लिखा जा सकता है। किसी का फॉलोवर बनने का अर्थ उसे रिप्लाई करना नहीं होता एवं आपके सारे रिलाई पेज साइडबार की '@username' नामक टैब

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में मौजूद होते हैं। (किसी और जगह मौजूद यूजरनेम वाले ट्वीट्स भी साइडबार टैब में ही सम्मिलित कर लिए जाते हैं, @ यूजरनेम से प्रारंभ होने वाले ट्वीट्स रिप्लाई कहलाते हैं एवं किसी अन्य जगह होने पर यह केवल उल्लेख ही होते हैं।

सीधे या 'डायरेक्ट' संदेश : यह ट्विटर उपभोक्ता से दूसरे को भेजे गए व्यक्तिगत संदेश होते हैं। यह संदेश केवल आपके अनुयायी या फॉलोवर को ही भेजे जा सकते हैं। 'डाइरेक्ट संदेश मिलने पर होम पेज की साइड बार के डायरेक्ट मैसेज टेब में स्थित डायरेक्ट मैसेज इनबॉक्स में संचयित कर लिए जाते हैं। ई-मेल वरीयता का उपयोग कर ई-मेल के द्वारा भी इन संदेशों की सूचना प्राप्त की जा सकती है।

@ रिप्लाई बनाम डायरेक्ट मैसेज : रिप्लाई वह सार्वजनिक संदेश है जो कोई भी देख सकता है और इसमें फॉलोवर बनने की आवश्यकता नहीं। डायरेक्ट मैसेज किसी का फॉलोवर बनकर ही ग्रहण किया जा सकता है। इसे लिखने एवं ग्रहण करने वाले ही देख सकते हैं।

रीट्वीट : संक्षेप में इसे आर. टी. कहा जाता है। किसी के ट्वीट संदेश को दोबारा लिख देना ही रीट्वीट कहलाता है। यह ट्विटर द्वारा प्रदान की गई औपचारिक विशिष्टता नहीं है। अपने ट्वीट में दूसरे का ट्वीट सम्मिलित करने के उद्देश्य से ही उपभोक्ता आर टी का उपयोग करते

हैं जिस पर वह खुद के विचार प्रकट करते हैं। तस्वीरों का समावेश तस्वीरें सम्




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